UP Board 9वीं और 10वीं परीक्षा में बड़ा बदलाव: अब 6 नहीं, 10 विषयों की होगी परीक्षा! जानिए पूरी खबर

नई शिक्षा नीति 2020 के तहत, उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद (UPMSP) ने 10वीं कक्षा के छात्रों के लिए एक महत्वपूर्ण बदलाव लागू किया है। अब छात्रों को 6 विषयों की जगह 10 विषयों की पढ़ाई करनी होगी।

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यह बदलाव 1 जुलाई 2024 से लागू होगा। यह बदलाव शिक्षा में नई दिशा का संकेत देता है और छात्रों को अधिक समृद्ध और व्यापक शिक्षा प्रदान करने का प्रयास करता है।

UP Board 9वीं और 10वीं परीक्षा में बड़ा बदलाव

भारत सरकार द्वारा जारी राष्ट्रीय पाठ्यचर्या रूपरेखा (NCF) 2023 के तहत हाईस्कूल यानी कक्षा 9 और 10 के पाठ्यक्रम में संशोधन किया गया है। नई शिक्षा नीति 2020 के अनुसार अब छात्रों को छह की जगह दस विषय पढ़ने होंगे। इनमें से तीन भाषाएं पढ़नी होंगी, जिसमें हिंदी अनिवार्य होगी। इसके अलावा, संस्कृत, अंग्रेजी या देश की 17 भाषाओं में से कोई भी एक भाषा चुनी जा सकती है।

UP Board 9वीं और 10वीं परीक्षा में बड़ा बदलाव

इस ब्लॉग में, हम इस बदलाव के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा करेंगे:

10 विषयों का पाठ्यक्रम:

  • तीन भाषाएं: हिंदी (अनिवार्य), अंग्रेजी या कोई अन्य आधुनिक भारतीय भाषा, संस्कृत (वैकल्पिक)।
  • तीन मुख्य विषय: विज्ञान, गणित, सामाजिक विज्ञान।
  • चार वैकल्पिक विषय: कला, संगीत, व्यापार, कृषि, इंजीनियरिंग, प्रौद्योगिकी, आदि।

प्रश्न पत्र का प्रारूप:

यूपी बोर्ड के सचिव दिब्यकांत शुक्ल ने जानकारी दी कि अब प्रश्न पत्र का प्रारूप भी बदला जाएगा। नए प्रारूप के अनुसार:

  • बहुविकल्पीय प्रश्न (MCQs): 20 अंक
  • दक्षता आधारित प्रश्न: 30 अंक
  • वर्णात्मक प्रश्न: 30 अंक

मार्कशीट में बदलाव

  • 1000 अंकों की मार्कशीट: प्रत्येक विषय के लिए 100 अंक (80 अंक परीक्षा के और 20 अंक आंतरिक मूल्यांकन के)।
  • ग्रेडिंग सिस्टम: A1, A2, B1, B2, C1, C2, D, E

ग्रेडिंग सिस्टम

सिलेबस में बदलाव के साथ ही ग्रेडिंग सिस्टम भी लागू हो जाएगा। अंक प्राप्ति के अनुसार ग्रेड दिए जाएंगे:

  • 91 से अधिक अंक आने पर ए-1 ग्रेड।
  • 81 से 90 अंक पर ए-2 ग्रेड।
  • 71 से 80 अंक पर बी-1 ग्रेड।
  • 61 से 70 अंक पर बी-2 ग्रेड।
  • 51 से 60 अंक पर सी-1 ग्रेड।
  • 41 से 50 अंक पर सी-2 ग्रेड।
  • 33 से 40 अंक पर डी ग्रेड।
  • 32 अंक से कम पर ई ग्रेड।

यह बदलाव छात्रों के लिए क्या मायने रखता है:

  • अधिक ज्ञान और कौशल: 10 विषयों का अध्ययन छात्रों को विभिन्न विषयों में गहन ज्ञान और कौशल प्रदान करेगा।
  • बेहतर रोजगार के अवसर: विभिन्न विषयों में ज्ञान और कौशल छात्रों को बेहतर रोजगार के अवसर प्राप्त करने में मदद करेगा।
  • समग्र विकास: यह बदलाव छात्रों के समग्र विकास को बढ़ावा देगा और उन्हें जीवन में सफल होने के लिए तैयार करेगा।

निष्कर्ष:

UPMSP द्वारा 10वीं कक्षा में 10 विषयों का लागू किया जाना शिक्षा क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण बदलाव है। यह बदलाव छात्रों को अधिक समृद्ध और व्यापक शिक्षा प्रदान करने का प्रयास करता है और उन्हें बेहतर भविष्य के लिए तैयार करता है।

यह बदलाव निश्चित रूप से कुछ चुनौतियों के साथ आएगा, लेकिन छात्रों, शिक्षकों और अभिभावकों के समर्थन से इसे सफलतापूर्वक लागू किया जा सकता है।

यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि यह ब्लॉग केवल सूचनात्मक उद्देश्यों के लिए है। नवीनतम जानकारी के लिए, कृपया UPMSP की आधिकारिक वेबसाइट देखें।

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